Tuesday, 15 July 2025

आयुर्वेद: स्वस्थ जीवन का प्राचीन रहस्य

Low BP (हाइपोटेंशन) के 10 आम कारण – जानिए कब सतर्क होना ज़रूरी है

क्या आपको अक्सर चक्कर आते हैं, थकावट महसूस होती है या अचानक धुंधला दिखाई देता है? यह संकेत हो सकता है कि आपका ब्लड प्रेशर सामान्य से कम है, जिसे "Low BP" या हाइपोटेंशन कहते हैं।

Low BP का मतलब होता है कि आपका सिस्टोलिक प्रेशर 90 mmHg से कम और डायास्टोलिक 60 mmHg से नीचे है। हालांकि, हर किसी के लिए यह खतरनाक नहीं होता, लेकिन बार-बार Low BP होना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा कर सकता है।

यहां हम बात करेंगे Low BP के 10 सबसे आम कारणों की, जिनके बारे में जानना बेहद जरूरी है:

1. पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)

शरीर में पानी की कमी होने से ब्लड वॉल्यूम कम हो जाता है, जिससे BP गिरता है। गर्मी के मौसम में या डायरिया, उल्टी जैसी स्थितियों में डिहाइड्रेशन आम कारण बन जाता है।

2. भूखा रहना या कम खाना

लंबे समय तक भूखे रहने, डाइटिंग करने या पर्याप्त पोषण न लेने से शरीर को जरूरी ऊर्जा और मिनरल्स नहीं मिलते, जिससे BP कम हो सकता है।

3. कुछ दवाएं

डाययूरेटिक्स (पानी की गोलियां), बीटा-ब्लॉकर्स, एंटी-डिप्रेसेंट्स और कुछ पेनकिलर्स जैसे मेडिकेशन Low BP का कारण बन सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह दवा न बदलें।

4. हृदय से जुड़ी समस्याएं

दिल ठीक से पंप नहीं कर पा रहा हो (जैसे हार्ट फेलियर, ब्रैडीकार्डिया, या हार्ट अटैक), तो ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे BP गिर सकता है।

5. भावनात्मक तनाव / चिंता

अत्यधिक मानसिक तनाव, एंग्जायटी या सदमा BP को अस्थायी रूप से गिरा सकता है। तनाव शरीर पर फिजिकल असर डाल सकता है।

6. इन्फेक्शन (सेप्टीसीमिया)

शरीर में गंभीर संक्रमण होने पर, विशेषकर सेप्सिस की स्थिति में, रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं और BP अचानक गिर जाता है – यह मेडिकल इमरजेंसी होती है।

7. ब्लीडिंग या चोट

आंतरिक या बाहरी रूप से अधिक खून बहना ब्लड वॉल्यूम घटा देता है, जिससे हाइपोटेंशन हो सकता है। यह दुर्घटना या सर्जरी के बाद भी हो सकता है।

8. नर्वस सिस्टम की गड़बड़ी

ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर (जैसे पार्किंसन, मल्टीपल स्केलेरोसिस) शरीर की BP रेगुलेट करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं।

9. ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन

जब कोई व्यक्ति बैठी या लेटी स्थिति से अचानक खड़ा होता है और उसे चक्कर या कमजोरी महसूस होती है, तो इसे Orthostatic Hypotension कहते हैं। यह वृद्धों और डायबिटिक लोगों में सामान्य है।

10. हार्मोनल गड़बड़ियां

थायरॉयड, एड्रिनल या पिट्यूटरी ग्रंथि की असंतुलन (जैसे एडिसन डिजीज) शरीर में BP नियंत्रित करने वाले हार्मोन को प्रभावित कर सकती है।

👨‍⚕️ कब सतर्क हो जाएं?

यदि Low BP के साथ निम्न लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:

  • लगातार चक्कर आना या बेहोशी

  • थकान और ध्यान केंद्रित न कर पाना

  • धुंधला दिखना

  • त्वचा ठंडी और पसीने वाली लगना

  • तेज या अनियमित हृदयगति

क्या करें?

  • भरपूर पानी पीएं और संतुलित आहार लें

  • BP को नियमित रूप से मॉनिटर करें

  • डॉक्टर से उचित जांच करवाएं – विशेषकर यदि बार-बार BP कम हो रहा है

  • दवाएं बदलने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें

 निष्कर्ष
Low BP कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन यदि यह बार-बार हो रहा है या लक्षणों के साथ आ रहा है, तो यह एक चेतावनी है। समय पर निदान और इलाज से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और अपनी सेहत का ख्याल रखें!

Dr. Bhushan Kale.

Dr. Smita Kale.

Contact - 9665351355

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