Thursday, 10 July 2025

आयुर्वेद: स्वस्थ जीवन का प्राचीन रहस्य

 🍲 सही बर्तन, सही फायदा! | जानिए कौन-से बर्तन आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर हैं

हम जो खाते हैं, वही बनते हैं – ये बात तो आपने सुनी होगी। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस बर्तन में खाना पक रहा है, उसका भी हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है?

आयुर्वेद और परंपरागत भारतीय रसोई में बर्तनों का चुनाव बहुत सोच-समझकर किया जाता था। हर धातु की अपनी खासियत होती है – कोई आयरन बढ़ाता है, तो कोई पाचन सुधारता है।

आइए जानते हैं कि किस बर्तन का कैसे करें सही इस्तेमाल, ताकि खाना न केवल स्वादिष्ट बने, बल्कि पोषण से भरपूर भी हो।


 1. मिट्टी के बर्तन (Clay Pots)

 ✔️ फायदे:

1. मिट्टी के बर्तन में खाना धीमी आंच पर पकता है, जिससे पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं।

2. यह बर्तन खाने में प्राकृतिक मिनरल्स मिलाता है।

3. स्वाद और सुगंध में बढ़ोतरी होती है।


 🍲 उपयोग में लाएं:

1. दाल, खिचड़ी, सब्जी जैसे कम तले-भुने व्यंजन।


 ❌ इससे बचें:

1. बहुत अधिक तेल वाला या डीप फ्राइड खाना इसमें न बनाएं, बर्तन दरक सकता है।


🥉 2. तांबे के बर्तन (Copper Vessels)

 ✔️ फायदे:

1. तांबे में रखा पानी बैक्टीरिया को नष्ट करता है।

2. यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।

3. शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।


💧 उपयोग में लाएं:

1. केवल पानी रखने के लिए। इसे रातभर तांबे के लोटे में रखें और सुबह पीएं।


❌ इससे बचें:

1. दूध, दही, टमाटर, इमली जैसे अम्लीय पदार्थ इसमें न रखें। रासायनिक प्रतिक्रिया से नुकसान हो सकता है।



🥄 3. कांसे के बर्तन (Kansa)

✔️ फायदे:

1. यह शरीर में त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

2. कांसा भोजन की पौष्टिकता को बढ़ाता है।


 🍽️ उपयोग में लाएं:

1. खाने परोसने के लिए – जैसे दाल, चावल, सूखी सब्जी।


 ❌ इससे बचें:

1. कांसे में दूध, दही या खट्टी चीजें नहीं रखनी चाहिए।


🍳 4. लोहे का बर्तन (Iron Cookware)

✔️ फायदे:

1. लोहे के बर्तन में खाना पकाने से शरीर को आयरन मिलता है, जो एनीमिया (खून की कमी) में लाभदायक है।

2. हरी सब्जियों के लिए श्रेष्ठ।


🍲 उपयोग में लाएं:

1. रोटी, पालक, सरसों का साग जैसे व्यंजन।

❌ इससे बचें:

1. टमाटर, नींबू, खट्टी सब्जियाँ और पानी वाले व्यंजन इसमें न बनाएं।


 5. स्टेनलेस स्टील (Stainless Steel – सबसे सुरक्षित विकल्प)

✔️ फायदे:

1. यह बर्तन टॉक्सिन-फ्री और टिकाऊ होते हैं।

2. इसमें किसी भी तरह का खाना पकाया जा सकता है।


🍛 उपयोग में लाएं:

1. सभी प्रकार के व्यंजन।


❌ इससे बचें:

1. बहुत अधिक खट्टी चीजें (जैसे इमली, नींबू) इसमें लंबे समय तक न रखें।


🔚 निष्कर्ष:

बर्तन बदलें, जीवनशैली सुधारें। आयुर्वेद में कहा गया है कि "रसोई ही असली दवा है।" यदि हम अपने बर्तनों का सही चयन करें, तो बिना किसी अतिरिक्त दवा के भी हम अपनी सेहत बेहतर बना सकते हैं।

✅ याद रखने योग्य बातें:

1. बर्तन उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितना भोजन।

2. हर धातु का सही उपयोग जानना जरूरी है।

3. आज से ही प्लास्टिक और एल्यूमिनियम को कहें अलविदा।


Dr. Bhushan Kale.

Dr. Smita Kale.

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